वक़्त की क़ैद में; ज़िन्दगी है मगर... चन्द घड़ियाँ यही हैं जो आज़ाद हैं....

Tuesday, January 19, 2010

रुबाई - (८)

दर्द भी एक परिंदा है; मालूम हुआ
आँखों का बाशिंदा* है; मालूम हुआ..
कल 'पिक्चर' में हिचक-हिचक के रोया तब,
'मुझमें बच्चा ज़िंदा  है'; मालूम हुआ....

*बाशिंदा = रहने वाला / निवासी

3 comments:

  1. बहुत खूब , हर इंसान में एक बच्चा होता है जरूरत है उसे जिंदा रखने की

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