tag:blogger.com,1999:blog-764134846338745151.post4783073381253192093..comments2023-10-30T16:39:41.307+05:30Comments on Aaj Jaane ki Zid Na Karo: होंठ काले पड़ गए....Vishal Gauravhttp://www.blogger.com/profile/11496006523392601901noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-764134846338745151.post-69275035465954867182008-12-22T20:33:00.000+05:302008-12-22T20:33:00.000+05:30मज़ा आ गया...बहुत ही बढ़िया....तारीफ में शब्द नही म...मज़ा आ गया...बहुत ही बढ़िया....तारीफ में शब्द नही मिल रहे ||<BR/>वो भी दिन था जब 'माँ' रोटी ले के पीछे आती थी<BR/>ये भी दिन है "चेन्नई" में खाने के लाले पड़ गए।<BR/><BR/>किस्मत से हम भी चेन्नई में ही रहते हैं ||<BR/>तो लगा हमारे दिल का दर्द आप बयां कर रहे हो ||शोभित जैनhttps://www.blogger.com/profile/15352455772386650794noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-764134846338745151.post-58974605703277428362008-12-19T20:57:00.000+05:302008-12-19T20:57:00.000+05:30वाह वाह... सही में उम्दा है... पता नहीं हम कब लिख ...वाह वाह... सही में उम्दा है... पता नहीं हम कब लिख पाएंगे<BR/><BR/>हमने भी एक बार कोशिश की थी लिखने की<BR/>कबीलों को सुनाया तो पीठ पे भाले पड़ गए।<BR/><BR/>धन्यवाद, शुक्रिया, फिर मिलेंगेRahulhttps://www.blogger.com/profile/02458545108184191805noreply@blogger.com